आर्थिक विकास की रफ्तार बढ़ाने और सवा अरब से ज्यादा आबादी की उम्मीदों को पूरा करने की चुनौती के बीच आज वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बजट पेश किया । इस बजट पर सबकी निगाहें थीं । सबको इंतज़ार था कि बजट में उनकी खुशहाली के लिए क्या है. अरुण जेटली ने लोकसभा में बजट भाषण की शुरुआत ही गांव, गरीब, किसान और महिलाओं से की..। प्रधानमंत्री मोदी पहले ही कह चुके थे कि देश की संपत्ति और संसाधनों पर पहला हक वंचितों का है । इसी मंशा के साथ सरकार ने गरीब परिवारों के लिए सालाना पांच लाख रुपये का मेडिकल बीमा, किसानों को लागत से डेढ़ गुना दाम और 3 करोड़ ग्रामीण महिलाओं को उज्ज्वला योजना के तहत रसोई गैस कनेक्शन देने का एलान किया । मछली और पशुपालन करने वालों को भी किसान क्रेडिट कार्ड की सुविधा देने का एलान करके सरकार ने ग्रामीण भारत के लिए सौगातों की बौछार कर दी.