गढ़वाल के 54वें महाराजा प्रद्युम्न शाह का खुड़बुड़ा के निकट मौजूद समाधि स्थल बेहद जीर्णशीर्ण अवस्था में है। अतिक्रमण से घिरे इस स्थल के बारे में आसपास के लोग भी बेखबर हैं। 214 साल पहले इसी महीने में गोरखाओं के साथ भीषण युद्ध में महाराजा को वीरगति प्राप्त हुई थी। अब शहीद महाराजा की याद में कुछ लोगों ने स्मारक की हालत सुधारने का बीड़ा उठाया है।
गुरुराम राय दरबार साहिब के दर्शनी गेट वाले बाजार के हिस्से में स्थित महाराजा का यह स्मारक जीर्णशीर्ण अवस्था में है। कई सालों तक स्मारक की देखरेख दरबार साहिब के हाथों में रही। लेकिन अब यह स्मारक चारों ओर से भवनों से घिर गया है। स्मारक के आंगन की छत टूट चुकी है। भवन की स्थिति दयनीय है। शहीद महाराज प्रद्युम्न शाह स्मारक निर्माण समिति इसकी ओर जनप्रतिनिधियों का ध्यान दिलाना चाहती है। वह चाहते हैं कि स्मारक की दशा सुधारी जाए और घंटाघर पर महाराज प्रद्युम्न शाह की आदमकद प्रतिमा लगे।
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