आपके मुद्दे, आपके मतलब की बात और आपकी आवाज़ बुलंद करने वाली इस महाबहस में आपका स्वागत है..। संसद में सभी पार्टियों के सांसद अपने क्षेत्र की जनता की आवाज़ उठाने के लिए आते हैं..। लेकिन, क्या अपनी बात रखने का मतलब यही है कि किसी को बोलने ही ना दिया जाए..? क्या संसद सिर्फ नारेबाज़ी और हंगामा करने की जगह है..? लोकतंत्र में संसद से ऊपर कोई नहीं है, फिर संसद को बेमानी क्यों बना रहे हैं हमारे सांसद..? संसद में मुद्दों पर बहस की बजाय बवाल क्यों, आज इन्हीं सवालों पर होगी महाबहस.