अली बनाम बजरंग बली को लेकर लोकसभा चुनावों में पहले मायावती ने मुसलमानों से अपील क्या की कांग्रेस को अपना वोट देकर उसे बर्बाद न करें, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अखाड़े में कूद गए और कह दिया कि ये चुनाव तो अली बनाम बजरंग बली होगा अली वाले अली को वोट देंगे और बजरंग बली वाले उन्हें वोट देंगे. जाहिर है ये वोटों का हिंदू-मुस्लिम के नाम पर ध्रुवीकरण करने का प्रयास था. अब इस जंग में कूद पड़े हैं समाजवादी पार्टी के नेता और इस बार पहली दफे लोकसभा चुनाव लड़ रहे आजम खान. आजम ने तो अली-बजरंग बली पर नई परिभाषा दे दी. उन्होंने दोनों को मिलाकर बजरंग-अली का नारा दे दिया. बीजेपी ने इस पर हमला बोल दिया और कहा कि ये तो बजरंग बली का अपमान है.