जेएनयू के मुद्दे पर भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा कि ‘आजकल राष्ट्रवाद इससे तय होता है कि कोई व्यक्ति ‘भारत माता की जय’ कहता है कि नहीं। मुझे यह कहने में खुशी है, लेकिन क्या हमें सभी को ऐसा कहने के लिए मजबूर करना चाहिए।’
शशि थरूर ने जेएनयू में कथित देशद्रोही नारे लगाने के आरोपी कन्हैया को भगत सिंह बताते हुए कहा कि लोकतंत्र में लोगों को जो सही लगता है उसे चुनने का अधिकार होना चाहिए और दूसरों के विचारों को सहन किया जाना चाहिए। थरूर ने कहा कि भगत सिंह अपने जमाने में कन्हैया कुमार थे देश में किशन कन्हैया और कन्हैया कुमार दोनों के लिए जगह है।
थरूर ने महाराष्ट्र विधानसाभा में एमआईएम विधायक वारिस पठान के भारत माता की जय बोलने से इंकार करने पर सदन से उनके निलंबन को भी गलत ठहराया।