पत्रिका कीनोट सलोन में ओलम्पिक के जादूगर मेजर ध्यानचंद के बेटे और ओलंपिक विजेता अशोक ध्यानचंद ने कहा निश्चित तौर पर खेल में राजनीति होती है। हर खेल में राजनीतिक लोग शामिल हैं। राजनीति के बगैर खेल नहीं हो रहा। आज सलेक्शन कमेटी में मनी और पॉवर का बोलबाला है।