सिविल डिफेंस से ताल्लुक रखने वाले शरीफ़ बेंगलुरु के डीजे हल्ली पुलिस स्टेशन में हुई तोड़फोड़ के चश्मदीद गवाह हैं। 11 अगस्त की देर रात कथित तौर पर सोशल मीडिया पोस्ट पर डीजे हल्ली इलाके में हिंसा भड़क गई थी, शरीफ़ ने हिंसा के लिए जनता को जिम्मेदार ठहराया। हिंसा में कम से कम तीन लोगों की हत्या की गई। शरीफ़ ने कहा कि, “हम सिविल डिफेंस से हैं और पुलिस की सुरक्षा के लिए आए थे। यह जनता की गलती थी। यह (पुलिस स्टेशन) मेरे मंदिर, मेरी मस्जिद की तरह है।”