प्रदेश सरकार द्वारा वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट के तहत गाजीपुर में जुट वाल हैंगिग उद्योग को चुना गया था। प्रदेश सरकार जिले के वाल हैंगिग उद्योग को बढ़ावा देने के लिए जिला प्रशासन द्वारा प्रदर्शनी भी लगाया गया था। लेकिन कोरोना काल में ये उद्योग दम तोड़ता नजर आ रहा है।
#Coronavirus #COVID2019india #Coronavirusindia
बता दें कि उत्तर-प्रदेश के विभिन्न जनपदों में कोई न कोई हस्तकला पायी जाती है। लेकिन अब ये कलायें प्रोत्साहन के अभाव में कहीं न कहीं न विलीन होती नजर आ रहीं हैं । लेकिन उत्तर-प्रदेश सरकार अब सभी जिलों में वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट योजना चला रही है । जिसके तहत जिस जिले में पहले से चली आ रही हस्तकला को विकसित करने के लिये सरकार प्रोत्साहन देती है ।और इसके लिये ऋण भी उपलब्ध कराती है। वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट योजना के तहत गाजीपुर को वाल हैंगिंग के उद्योग के लिये चुना गया है। जिले में काफी समय से जूट वाल हैंगिग का काम किया जाता है । पर प्रोत्साहन के अभाव में ये उद्योग दम तोड़ रहा था। जनपद में वाल हैंगिंग को प्रोत्साहित करने के लिये कुछ माह पूर्व जिला प्रशासन द्वारा एक प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया था । जिसमें पूरे जनपद के वाल हैंगिंग उद्योग से जुड़े लोगों ने भाग लिया था। लेकिन लाक डाउन और कोरोना की वजह से इस योजना पर भी असर पड़ा है और जुट वाल हैंगिंग से जुड़े लोगों को कच्चा माल नहीं मिल पा रहा है।अधिकारी इस बात के दावे जरूर कर रहें हैं की उद्यमियों को किसी प्रकार की समस्या नहीं आने दी जायेगी। लेकिन कोरोना की वजह से इस हस्तकला उद्योग पर भी बुरा असर पड़ा है।
#Lockdown #CoronavirusUpdate #UP_Patrika #Covid19