राजधानी लखनऊ के सरोजनी नायडू में 96 संदिग्ध महंगी कारों के अलावा जितनी भी गाड़ियां हैं, उन सबको हजरतगंज पुलिस ने गुरुवार की शाम रोक लिया। जिसके पास टोकन था या नहीं, किसी को भी गाड़ी बाहर ले जाने की इजाजत न दिए जाने से जमकर हंगामा हुआ। पुलिस का तर्क है कि सभी गाड़ियां अब जांच के दायरे में हैं। इसलिए सभी कागजों का परीक्षण किए जाए बिना गाड़ियां पार्किंग से छोड़ी नहीं जाएंगी। इस दौरान लोगों ने तंग किए जाने का आरोप लगाया। बता दें, यहां बुधवार को एलडीए की संयुक्त सचिव ऋतु सुहास के छापे के बाद 96 संदिग्ध गाडि़यों की सूची जांच के लिए पुलिस को सौंपी गई थी। जिसके बाद गुरुवार को पूरे दिन कोई कार्यवाही नहीं की गई मगर शाम को अचानक पुलिस ने सभी गाड़ियों को पार्किंग के भीतर ही रोक दिया। यहां पहुंचे हजरतगंज इंस्पेक्टर अंजनी कुमार ने लोगों को बताया कि गाड़ियों के कागजों और अन्य चीजों की जांच के बाद ही कारों को यहां से निकलने दिया जाएगा।