छत्तीसगढ़ी रंग से सजाया-संवारा जाएगा. इस साल राज्य सरकार ने हरेली पर सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है, वहीं कृषि पर आधारित इस त्यौहार को ”हरेली तिहार” के माध्यम से छत्तीसगढ़ी संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन के उद्देश्य से भी राज्य में मनाने का निर्णय लिया गया है.