बिलासपुर . सत्तर से अस्सी के दशक में नशे के सौदागर नशीले पदार्थों की तस्करी सवारी गाड़ियों बस या टैक्सी से किया करते थे। पुलिस की पैनी नजर के चलते तस्कर निजी वाहनों से ये काम करने लगे। अब जबकि पुलिस निजी वाहनों को निशाना बना रही है, तो तस्कर फिर अपने पुराने पैर्टन पर लौट