गोस्वामी समाज छात्रावास में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में दशनाम गोस्वामी सभा समिति राजस्थान के अध्यक्ष बाबूलाल भारती ने बताया कि 1999 में तत्कालीन अशोक गहलोत सरकार ने रणवीर सहाय आयोग का गठन किया था। उसमे ओबीसी आरक्षण को चार विभागों में बांटा गया था। गोस्वामी समाज को अत्यंत पिछड़ा वर्ग माना था। आज राजस्थान में हमारी जनसंख्या 2 प्रतिशत के आसपास है, ऐसे में गोस्वामी को समाज को अति पिछड़ा मानते हुए अलग से आरक्षण दिया जाए
उन्होंने कहा कि तत्कालीन भैरोसिंह सरकार ने जो हमारे पुजारी थे वे खातेदार थे उनके नाम हटाकर देवता और ठाकुरजी के नाम दर्ज कर दिए। इसके बाद गांवों में लोग उनकी जमीनों पर कब्जा कर रहे हैं। उन्हें डरा-धमका रहे हैं तो कहीं कहीं उन्हे जिंदा जलाया जा रहा हैं। हम पिछले 20 साल से पुजारी महासभा के माध्यम से संघर्ष कर रहे हैं। आज पुजारी परिवारों के समक्ष रोजी रोटी का संकट उत्पन्न हो गया हैं। आखिर वे परिवार कहां जाए। सेवा पूजा करके यह लोग सनातन संस्कृति का ही काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि गोस्वामी समाज को संस्कारित करने के लिए बाड़मेर युवाओं ने जो पहल की है यह संदेश पूरे राजस्थान में पहुंचाएंगे।