तीन दिन पूर्व 22 सदस्यीय दल मणिमहेश यात्रा पर निकला था. कुगति दर्रे को पार कर जब दल नीचे डुग्गी नाला नामक स्थान पर पहुंचा तो नाला उफान पर था. भेड़ पालकों द्वारा बनाई गई लकड़ी की अस्थायी पुलिया भी बह चुकी थी. मणिमहेश के लिए 24 अगस्त से अधिकारिक रूप से यात्रा शुरू हो रही है.